बड़ी फाइलों का स्थानांतरण, ईमेल भेजना और VoIP सेवाओं का उपयोग अगर एक ही डेटा कनेक्शन पर किया जाता है, तो उपलब्ध बैंडविड्थ बहुत जल्द ख़तम हो सकती है। विशिष्ट आउटगोइंग डेटा को प्राथमिकता देकर VPN क्लायंट यह सुनिश्चित करता है कि विशिष्ट प्रयोक्ता-परिभाषित एप्लीकेशन, उदाहरणार्थ VoIP, जिनके लिए उत्कृष्ट बैंडविड्थ मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है, एक खुला और स्थिर कनेक्शन बरकरार रख सकते हैं।
NCP engineering के प्रबंध निदेशक पैट्रिक ऑलिवर ग्राफ का कहना है, "नये क्वालिटी ऑफ़ सर्विस (QoS) मॉड्यूल से यह सुनिश्चित किया जाता है, कि सक्रिय ऍप्लिकेशन उन्हें जितनी ज्यादा से ज्यादा आउटगोइंग बैंडविड्थ दी गई हो, वह सब इस्तेमाल कर पाते हैं, और निष्क्रिय ऍप्लिकेशन संसाधनों पर कब्ज़ा नहीं करते।"
NCP ने उसके VPN क्लायन्ट में IPv6-सपोर्ट का विस्तार किया है, ताकि दोनों IPv4 और IPv6 प्रोटोकॉल VPN टनल के अंदर इस्तेमाल किये जा सकें। IPv4 और IPv6 प्रोटोकॉल के लिए स्प्लिट (विभाजित) टनलिंग का अलग विन्यास किया जा सकता है।
घर में स्थित दफ्तर परिदृश्य के लिए 'होम ज़ोन' एक खास प्रयोक्ता रूपरेखा (यूजर प्रोफ़ाइल) है। अगर 'होम ज़ोन' बटन को क्लिक किया जाता है, तो एडमिनिस्ट्रेटर से प्रस्थापित किये गए खास फायरवॉल नियम अपने आप से क्रियाशील बनते हैं। ये नियम सिर्फ तब क्रियाशील होते हैं, जब उपकरण होम ऑफिस नेटवर्क से जुड़ा हो। इसका मतलब यह होता है कि प्रयोक्ता उसके होम ऑफिस नेटवर्क में संगठित दुसरे उपकरणों का, जैसे की प्रिंटर या स्कैनर, सुलभता से उपयोग कर सकता हैं। जब प्रयोक्ता होम-ज़ोन नेटवर्क छोड़ जाता है, तब पिछले फायरवॉल नियम फिरसे क्रियाशील बनाये जाते हैं।
संस्करण 12.0 में NCP ने इस वैशिष्ट्य का एक नए विकल्प के साथ विस्तार किया है - यह विकल्प है थोड़े काल के लिए होम ज़ोन का सेटिंग करने का। पहले, एक बार सेट करने के बाद, NCP सिक्युर क्लायंट होम ज़ोन को अपने आप से पहचान लिया करता था। अगर नए विकल्प को क्रियाशील किया जाय, तो पुनर्प्रारंभ (रीस्टार्ट), स्टैंडबाय और कनेक्शन में बदलाव होने के बाद होम ज़ोन को भूला जाता है, और प्रयोक्ता की ओर से उसे फिर क्रियाशील किया जाना चाहिए।
अलग-अलग कनेक्शन मीडिया के साथ कैसे सलूक किया जाता है, इसमें NCP ने सुधार किया है। यह करने के लिए उसके Windows क्लायन्ट के कनेक्शन मैनेजमेंट सुविधा में दो नए विकल्प दिए गए हैं: "अगर लैन केबल जुडी हुई हो, तो मोबाइल नेटवर्क को अक्षम बनाया जाय" और "अगर वाय-फाय कनेक्शन स्थापित हुआ हो, तो मोबाइल नेटवर्क को अक्षम बनाया जाय". अब ऐसा हो गया है, कि बजाय इसके, कि क्लायंट अपने आप से सभी उपलब्ध डेटा नेटवर्कों से जोड़ बनाये, कौनसा कनेक्शन माध्यम इस्तेमाल किया जाता है, इसपर प्रयोक्ताओं का ज्यादा नियंत्रण रहता है।
संस्करण 12.0 के ऊपर सभी NCP विन्डोज़ क्लायंट, माइक्रोसॉफ्ट विन्डोज़ 7 से लेकर विन्डोज़ 10 संस्करण 1903 के साथ सुसंगत (कम्पैटिबल) हैं।